*हमारे जादूई मुख्याध्यापक दुनियाँ में बहुत कम बच्चों कि किस्मत होती हैं। आप जैसे अध्यापक का मिलना नसीब हो ता हैं।एक टीचर के तोर पर हमें भगवान का स्वरुप मिला। सरजी ,सच कहे तो आप बहुत दिलचस्प आदमी हैं !आप हमारे विद्यालय के रवैया राजा हैं।एक राजा की तरह आपका बर्ताव हमें बहुत अच्छा लगता है! आपने पाठशाला आतेही हर पल हमारे लिये बिताया है!इतनी शक्ती आपको कहॉंसे आती है कौन जाने! आप जैसा कोई और नहीं हो सकता है! आप पुरी जिंदगी में आपना attitude रखना।आप कि जगह कोई भी नहीं ले सकता हैं। आपके आज भी कक्षा में आने पर आनंदी वातावरण बनता हैं। साॅल्यूशन च्यापटर से आपने ऐसा परिचय करा दिया आपने तो युरिया को भी हमारा फेवरेट् बना दिया।आपने हमे e-learning भी पढा़या। खेलकुदमें भाग लेने के लिये हमें सदा प्रोत्साहित किया! हमारे साथ खेल उतरे!टेक्सट् के बाद जब भी हमारा होसला डगमगाया हैं आप कि मोटिवेशन ने हमारे जसभे को जगाया हैं। हम भी सहमत हैं कि आपकी शिक्षण पध्दती सरल हैं। चाहे वह दृष्टिकोन विज्ञान हो या कोई अन्य विषय !जिसे हम समझते हैं। अगर आप मैदानपर खेलते हैं तो आप २५/३०साल के दिखते हैं।अपने हमे हर खेल सिखाया या हैं। दूर से खडे होकर नहीं,बल्कि स्वयं मैदान मे उतरकर हमारे साथ खेल रहे हैं! स्कूल में हमें शिक्षा और खेल सिखाये जाता हैं लेकिन आपने हमें सिखाया है ,कि खेती कैसे करें, पेड़ को कैसे पानी दे। कचरा संग्रहण करे। पाठशाला सदा चकाचक रखने के लिये आप सदा जागरुक रहते है! सरजी,सच बोले तो,आप किस मिट्टी के बने है? हमें तो आप पर सदा गर्व है! आपकी बातों में जादू है सर। सभी बच्चे आप बोलते तो सुनतेही रहते है! आप हमारे आदर्श हैं। आप हमारे मित्र है! आप पाठशाला में नहीं होते,तो हमारा जी नहीं लगता! मैं आपके लिये इतना ही कहूॅं की इतनी शक्ती तुम्हे दे दाता ! मन का विश्वास कमजोर हो ना! सरजी आपने मुझपर स्कूल के ग्रंथालय की जिम्मेदारी दी थी!यह जिम्मेदारी मैने अच्छी तरह निभाने की पुरी कोशिश की है! इस जिम्मेदारी की वजह मैने बहुत सारे किताबे पढे हैं! हम से कोई गलती हो तो हमे क्षमा करे सर! so sorry sir. आप हमारी जिंदगी में आऐ एसलिए धन्यवाद सर। भगवान आपकी आप के आगे के सफर के लिए शुभकामनाए। श्रेया पोवार आठवी कक्षा! विद्या मंदिर तिटवे

 *हमारे जादूई मुख्याध्यापक*



        दुनियाँ में बहुत कम बच्चों कि किस्मत होती हैं। आप जैसे अध्यापक का मिलना नसीब हो ता हैं।एक टीचर के तोर पर हमें भगवान का स्वरुप मिला।                                                                      


          सरजी ,सच कहे तो आप बहुत दिलचस्प आदमी हैं !आप हमारे विद्यालय के रवैया राजा हैं।एक राजा की तरह आपका बर्ताव हमें बहुत अच्छा लगता है! आपने पाठशाला आतेही हर पल हमारे लिये बिताया है!इतनी शक्ती आपको कहॉंसे आती है कौन जाने! आप जैसा कोई और नहीं हो सकता है! आप पुरी जिंदगी में आपना attitude रखना।आप कि जगह कोई भी नहीं ले सकता हैं। आपके आज भी कक्षा में आने पर आनंदी वातावरण   बनता हैं। साॅल्यूशन च्यापटर से आपने ऐसा परिचय करा दिया आपने तो युरिया को भी हमारा फेवरेट् बना दिया।आपने हमे e-learning भी पढा़या। खेलकुदमें भाग लेने के लिये हमें सदा प्रोत्साहित किया! हमारे साथ खेल उतरे!टेक्सट् के बाद जब भी हमारा होसला डगमगाया हैं आप कि मोटिवेशन ने हमारे जसभे को जगाया हैं। हम भी सहमत हैं कि आपकी शिक्षण पध्दती सरल हैं। चाहे वह दृष्टिकोन विज्ञान हो या कोई अन्य विषय !जिसे हम समझते हैं।                                                                           अगर आप मैदानपर खेलते हैं तो आप २५/३०साल के दिखते हैं।अपने हमे हर खेल सिखाया या हैं।  दूर से खडे होकर नहीं,बल्कि स्वयं मैदान मे उतरकर हमारे साथ खेल रहे हैं!                          स्कूल में हमें शिक्षा और खेल सिखाये जाता हैं लेकिन  आपने हमें सिखाया है ,कि खेती कैसे करें, पेड़ को कैसे पानी दे। कचरा संग्रहण करे।  पाठशाला सदा चकाचक रखने के लिये आप सदा जागरुक रहते है! सरजी,सच बोले तो,आप किस मिट्टी के बने है? हमें तो आप पर सदा गर्व है!                        



         आपकी बातों में जादू है सर।  सभी बच्चे  आप बोलते तो सुनतेही रहते है! आप हमारे आदर्श हैं। आप हमारे मित्र है! आप पाठशाला में नहीं होते,तो हमारा जी नहीं लगता! मैं आपके लिये इतना ही कहूॅं की इतनी शक्ती तुम्हे दे दाता ! मन का विश्वास कमजोर हो ना!  सरजी आपने मुझपर स्कूल के ग्रंथालय की जिम्मेदारी दी थी!यह जिम्मेदारी मैने अच्छी तरह निभाने की पुरी कोशिश की है! इस जिम्मेदारी की वजह मैने बहुत सारे किताबे पढे हैं!

             

         हम से कोई गलती हो तो  हमे क्षमा करे सर!  so sorry sir.   आप हमारी जिंदगी में आऐ एसलिए धन्यवाद सर। भगवान आपकी आप के आगे के सफर के लिए शुभकामनाए।                                               


               श्रेया पोवार      आठवी कक्षा!  विद्या मंदिर तिटवे

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